Aarti — Om Jay Shri Ganesh Hare
ll श्री गणेश जी की आरती ll
ॐ जय श्री गणेश हरे, स्वामी जय श्री गणेश हरे
भक्त जनों के संकट, बंधु जनों के संकट
क्षण में दूर करे, ॐ जय श्री गणेश हरे... ll धृ ll
तुम करुणा के सागर, तुम सुख करता
स्वामी तुम दुःख हरता
तुम हो विघ्न विनाशक, कृपा करो भ्राता ll १ ll
जो ध्यावे फल पावे, दुख बिनसे मन का
स्वामी दुख बिनसे मन का
सुख सम्पति घर आवे, कष्ट मिटे तन का ll २ ll
दीनबन्धु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे
स्वामी तुम रक्षक मेरे
अपनी शरण में ले लो, द्वार खड़े है तेरे ll ३ ll
चढत प्रसाद सवायों, मोदक फल मेवा
स्वामी मोदक फल मेवा
धूप दीप दुरवा से, राजी गणेश देवा ll ४ ll
गणेशजी की आरती, जो कोई नर गावे
स्वामी जो कोई जन गावे
कहे प्रेमसुखानन्द योगी, यश कीर्ति पावे ll ५ ll
गणपति बाप्पा मोरया !
मंगलमूर्ति मोरया ! ! !
देखें- भगवान महेश जी की आरती > Aarti — Jay Mahesh Jay Mahesh Jay Mahesh Deva | Bhagwan Mahesh Ji Ki Aarti | आरती भगवान महेश जी की | आरती — जय महेश जय महेश, जय महेश देवा
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